1• एक तरंग अनुप्रस्थ प्रकृति की होती है
2• विद्युत चुंबकीय तरंग संचरण के लिए किसी भी माध्यम पर निर्भर नहीं रहती हैं
3• विद्युत चुंबकीय तरंग की चाल निर्वात में प्रकाश ke speed के समान होती है(3×10^8 m/s).
4• विद्युत चुंबकीय तरंग के गति के दौरान विद्युत क्षेत्र तथा चुंबकीय क्षेत्र परस्पर एक दूसरे पर लंबवत कंपन करते रहते हैं
5• विद्युत चुंबकीय तरंग आवेशित कण के कंपन अथवा त्वरण के कारण उत्पन्न होती है
6• विद्युत चुंबकीय तरंग की ऊर्जा विद्युत क्षेत्र सदिश तथा चुंबकीय क्षेत्र सदिश के बीच समान रूप से बट जाती है
7• तरंग संचरण के दौरान विद्युत क्षेत्र सदिश तथा चुंबकीय क्षेत्र सदिश का अधिकतम तथा न्यूनतम परिमाण समान बिंदु पर तथा समान समय पर समान होता है
8• विद्युत चुंबकीय तरंग अध्यारोपण के सिद्धांत को अनुसरण करती है
9• विद्युत क्षेत्र सदिश को ही प्रकाश सदिश कहते हैं क्योंकि यही विद्युत चुंबकीय तरंग में प्रकाशीय प्रभाव उत्पन्न करती है
